IPL 2025 शुरू होने से पहले ही हार्दिक पांड्या को एक झटका लगा है। पिछले सीजन में धीमी ओवर गति (Slow Over Rate) के कारण उन पर एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया था। अब भले ही बीसीसीआई ने नियमों में बदलाव कर दिया हो, लेकिन पांड्या को इस बदलाव का लाभ नहीं मिलेगा।
आइए विस्तार से जानते हैं इस पूरे मामले को।
हार्दिक पांड्या पर क्यों लगा था बैन?
हार्दिक पांड्या को आईपीएल 2025 के दौरान धीमी ओवर गति (Slow Over Rate) के चलते एक मैच के लिए बैन किया गया था।
धीमी ओवर गति क्या है?: जब कोई टीम तय समय सीमा के अंदर ओवर पूरे नहीं कर पाती है, तो उसे Slow Over Rate का दोषी माना जाता है।
क्यों लगा बैन?: हार्दिक पांड्या की टीम ने लगातार तीन बार धीमी ओवर गति से गेंदबाजी की, जिससे BCCI ने उन पर एक मैच का बैन लगा दिया।
BCCI का बड़ा फैसला
BCCI ने इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए नए नियम की घोषणा की है।
अब एक मैच का बैन लगाने की जगह कप्तान पर फाइन और टीम के लिए पेनल्टी लगाई जाएगी।
इससे न केवल कप्तान बल्कि पूरी टीम को अपनी ओवर गति पर ध्यान देना होगा।
BCCI ने यह कदम खेल को उचित और प्रतिस्पर्धात्मक बनाने के लिए उठाया है।
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IPL 2025 में हार्दिक पांड्या पर एक मैच का बैन लगा था, जिस पर अब BCCI ने बड़ा फैसला लिया है। जानिए इस विवाद की पूरी कहानी। |
इस फैसले का क्रिकेट पर प्रभाव
BCCI के इस नए फैसले से कई प्रभाव देखने को मिल सकते हैं:
कप्तानों को राहत: धीमी ओवर गति के कारण कप्तानों पर सीधा बैन लगने का खतरा कम हो जाएगा।
टीम वर्क बढ़ेगा: पूरी टीम को सुनिश्चित करना होगा कि ओवर समय पर पूरे हों।
खेल की स्पिरिट: खेल अधिक फेयर और फास्ट हो जाएगा, जिससे दर्शकों का अनुभव बेहतर होगा।
हार्दिक पांड्या की प्रतिक्रिया
हार्दिक पांड्या ने BCCI के इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह नियम कप्तानों को मानसिक रूप से अधिक रिलैक्स करेगा और वे खेल पर बेहतर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
"मैं इस फैसले से सहमत हूं। इससे कप्तानों पर अतिरिक्त दबाव कम होगा और टीम की परफॉर्मेंस बेहतर होगी।
निष्कर्ष
BCCI का यह फैसला भारतीय क्रिकेट में बड़ा बदलाव लाएगा। हार्दिक पांड्या जैसे कप्तान अब अपनी टीम के साथ खुलकर खेल सकते हैं, बिना किसी अनुचित प्रतिबंध के डर के।
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